Team India ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए पर्थ टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों के बड़े अंतर से हराकर एशिया के बाहर टेस्ट क्रिकेट में अपनी दूसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। यह जीत Team India की शानदार क्रिकेट क्षमता और गेंदबाजी के दमदार प्रदर्शन का प्रतीक है। इससे पहले, भारत ने 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 318 रनों से जीत हासिल की थी।
बुमराह का जलवा: कप्तानी में रिकॉर्ड प्रदर्शन
भारतीय कप्तान और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने पर्थ टेस्ट में अपनी गेंदबाजी से इतिहास रच दिया। बुमराह ने मैच में 72 रन देकर कुल 8 विकेट अपने नाम किए। यह प्रदर्शन उन्हें टीम इंडिया के लिए कप्तान के रूप में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़ों में तीसरे स्थान पर पहुंचा देता है। इस सूची में कपिल देव और बिशन सिंह बेदी संयुक्त रूप से शीर्ष पर हैं।
बुमराह का यह प्रदर्शन उन्हें उन चुनिंदा 100 गेंदबाजों की सूची में शामिल करता है, जिन्होंने दूसरे विश्व युद्ध के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 30 या उससे अधिक विकेट लिए हैं। बुमराह ने अब तक 8 टेस्ट मैचों में 40 विकेट झटके हैं, जो उनकी असाधारण प्रतिभा को दर्शाता है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ Team India की रनों के लिहाज से बड़ी जीत
पर्थ टेस्ट की यह जीत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रनों के मामले में भारत की दूसरी सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले, भारत ने 2008 में मोहाली टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 320 रनों से हराया था। यह जीत भारतीय क्रिकेट की ताकत और संतुलन को स्पष्ट करती है।
ऑस्ट्रेलिया का खराब प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए यह मैच बेहद निराशाजनक साबित हुआ। 21वीं सदी में यह केवल चौथी बार हुआ है जब ऑस्ट्रेलिया ने टेस्ट सीरीज का पहला मैच गंवाया हो। आखिरी बार 2018 में भारत ने उन्हें एडिलेड टेस्ट में हराया था।
पर्थ टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी पूरी तरह फ्लॉप रही। दोनों पारियों में टीम 400 रन का आंकड़ा भी पार नहीं कर सकी और कुल 342 रन ही बना पाई। 2000 के बाद यह पांचवीं बार है जब ऑस्ट्रेलिया ने टेस्ट मैच की दोनों पारियों में इतना खराब प्रदर्शन किया।