P.M. Modi ने शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि दी, दरअसल लोक गायिका शारदा सिन्हा का 5 नवंबर, 2024 को निधन हो गया, जिससे संगीत जगत और उनके चाहने वालों में शोक की लहर दौड़ गई। शारदा सिन्हा, जो बिहार की लोक संगीत की अनमोल धरोहर थीं, लंबे समय से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं। उनका निधन न केवल उनके परिवार, बल्कि समूचे संगीत प्रेमियों के लिए अपूरणीय क्षति है। इस दुखद मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान को एक संवेदनशील पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने शारदा जी के योगदान को सजीव रूप में सम्मानित किया।
P.M. Modi की शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शारदा सिन्हा के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए लिखा, “आपकी माता श्रीमती शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ। इस मुश्किल समय में मेरी संवेदनाएं आपके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। शारदा सिन्हा ने लोक परंपरा से जुड़े गीतों के माध्यम से हमारी संस्कृति को समृद्ध किया। उनकी आवाज ने मैथिली और भोजपुरी संगीत को नया आयाम दिया और उनकी गायकी ने जन-जन के दिलों में एक विशेष स्थान बना लिया।”
पत्र में पीएम मोदी ने आगे लिखा, “उनके छठ पूजा से जुड़े गीत आज भी इस पवित्र महापर्व का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं। भगवान भास्कर और छठी मैया को समर्पित उनके गीतों के जरिए आने वाली पीढ़ियां अपनी परंपराओं से जुड़ी रहेंगी। शारदा सिन्हा का संगीत की साधना और लोक कला के प्रति उनका समर्पण कला जगत की अमूल्य धरोहर है। उनका योगदान संगीत प्रेमियों और विशेष रूप से युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।”
शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार और राजकीय सम्मान
शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार 7 नवंबर को पटना के गुलबी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनके निधन के बाद उनके परिवार और चाहने वालों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। अंतिम संस्कार के दौरान 'शारदा सिन्हा अमर रहें' के नारे गूंज उठे, और शारदा जी के प्रशंसकों ने उनके योगदान को याद किया। अंतिम यात्रा में कई नेता और अभिनेता भी शामिल हुए, जिन्होंने शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि दी।
पारिवारिक इच्छा के अनुसार, शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार उनके पति के पास ही किया गया था। यह दृश्य शारदा सिन्हा के प्रति प्यार और सम्मान को दर्शाता है, जो अब हमेशा उनके परिवार और प्रशंसकों के दिलों में जीवित रहेगा।