GEN-4 : क्रिकेट के मैदान पर लंबे समय से विराट कोहली (VIRAT KOHLI), स्टीव स्मिथ (STIEW SMITH), जो रूट (JOE ROOT), और केन विलियम्सन (KEN WILLIOUMSON) का दबदबा रहा है। इन चारों को 'फैब-4' कहा जाता है, जिन्होंने अपने अद्वितीय प्रदर्शन से दुनिया भर में क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीता। इन खिलाड़ियों ने कठिन परिस्थितियों में अपनी टीमों को मैच जिताए और क्रिकेट के इतिहास में अपनी एक खास जगह बनाई।
हालाँकि, ऐसा कहा जा रहा था कि इनके बाद क्रिकेट को एक ऐसा और 'फैब-4' नहीं मिलेगा, लेकिन अब ऐसा नहीं लगता। क्रिकेट के मौजूदा दौर में नए सितारों का उदय हो रहा है जो अपने प्रदर्शन से इन दिग्गजों के नक्शेकदम पर चल रहे हैं। ये हैं जनरेशन जी के नए फैब-4।
1. कामिंदु मेंडिस (श्रीलंका)
श्रीलंका के इस युवा बल्लेबाज ने अपने तूफानी प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींचा है। टेस्ट क्रिकेट में अब तक 8 मैचों की 13 पारियों में 1000 से अधिक रन बना चुके मेंडिस ने 5 शतक लगाए हैं। खास बात यह है कि उन्होंने सबसे कम पारियों में 1000 रन बनाने के मामले में महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन की बराबरी की है। कामिंदु की बल्लेबाजी में निरंतरता और आक्रामकता दिखती है, जिससे वह भविष्य में GEN-4 के फैब-4 के एक मजबूत दावेदार बन गए हैं।
2. हैरी ब्रुक (इंग्लैंड)
इंग्लैंड के हैरी ब्रुक ने अपनी बल्लेबाजी से सनसनी मचा दी है। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 18 मैचों में 53.72 की औसत से 1558 रन बनाए हैं, जिसमें 5 शतक और 9 अर्धशतक शामिल हैं। वनडे में भी उन्होंने 19 मैचों में 38.06 की औसत से 647 रन बनाए हैं। टी20 इंटरनेशनल में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा है, जहां 39 मैचों में उन्होंने 707 रन बनाए हैं। उनकी निरंतरता और आक्रामक खेल उन्हें नए GEN-4 के फैब-4 की सूची में लाता है।
3. रचिन रवींद्र (न्यूजीलैंड)
न्यूजीलैंड के रचिन रवींद्र ने अपनी बल्लेबाजी से तेजी से नाम कमाया है। पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप में उन्होंने 10 मैचों में 578 रन बनाए थे और अपनी टीम को अहम मैचों में बेहतरीन स्थिति में पहुंचाया। हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ खेली गई 92 रन की पारी से उन्होंने फिर से खुद को साबित किया। तीनों फॉर्मेट में उनके लगातार रन बनाने की क्षमता उन्हें क्रिकेट के भविष्य का स्टार बनाती है।
4. यशस्वी जायसवाल (भारत)
भारत के युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है। उन्होंने 10 टेस्ट मैचों में 64.35 की औसत से 1094 रन बनाए हैं, जिसमें 3 शतक शामिल हैं। टी20 में भी वह 23 मैचों में 723 रन बना चुके हैं और 1 शतक उनके नाम है। यशस्वी की निरंतरता और बेहतरीन तकनीक उन्हें भविष्य का बड़ा नाम बना रही है।