न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई टेस्ट सीरीज में रोहित शर्मा(Rohit Sharma) का प्रदर्शन उनकी काबिलियत के मुताबिक नहीं रहा। तीन टेस्ट मैचों की इस सीरीज में उन्होंने छह पारियों में 91 रन बनाए। उनके इस प्रदर्शन पर उनके साथी और पूर्व क्रिकेटर पूर्व भारतीय विकेटकीपर दिनेश कार्तिक ने क्रिकबज पर रोहित के प्रदर्शन का विश्लेषण करते हुए उनकी तकनीक पर भरोसे की कमी की ओर इशारा किया।

Rohit Sharma को सेफ स्पेस' से बचना होगा

कार्तिक ने यह भी बताया कि रोहित का ‘सेफ स्पेस’ यानी सुरक्षित क्षेत्र फिलहाल आक्रामकता में निहित है, जहां वह सहज महसूस करते हैं। उन्होंने कहा, “टेस्ट क्रिकेट में रोहित का इरादा और उनकी मानसिकता उन्हें सुरक्षित खेल की ओर धकेल रही है। सफेद गेंद के क्रिकेट में यह शैली कारगर हो सकती है, लेकिन टेस्ट में इसकी जगह तकनीकी स्थिरता की अधिक आवश्यकता है।”

रोहित को लगता है कि वह आक्रामक खेलते हुए अधिक सहज हैं, क्योंकि उन्होंने इसमें सफलता देखी है। हालांकि, कार्तिक का मानना है कि जब आक्रामकता नाकाम हो जाती है, तो यही शैली उनकी बल्लेबाजी की कमजोरियों को उजागर करती है। रोहित का आत्मविश्वास उन्हें अधिक जोखिम लेने पर मजबूर करता है, जो इस सीरीज में स्पष्ट रूप से नजर आया।

90 साल में पहली बार घर में व्हाइटवाॅश हुआ

तीन टेस्ट मैचों की इस सीरीज में 0-3 की हार का सामना करने के बाद रोहित ने अपनी गलतियों को स्वीकार किया। उन्होंने पोस्ट-मैच प्रजेंटेशन में कहा, "कप्तान के रूप में मैं टीम का नेतृत्व और बल्लेबाजी दोनों में अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे पाया।" इस हार के साथ भारतीय क्रिकेट को यह अहसास हुआ कि घरेलू मैदान पर भी उनके खेल में सुधार की गुंजाइश है।

1933 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण के बाद यह पहला मौका था जब भारतीय टीम को तीन या अधिक मैचों की घरेलू सीरीज में व्हाइटवॉश का सामना करना पड़ा। यह हार टीम के लिए एक सबक बनकर आई है कि घरेलू मैदान पर भी उन्हें अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।

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