ICC Champions Trophy 2025 को लेकर सस्पेंस अभी खत्म नहीं हुआ है। 29 नवंबर को आईसीसी की एक अहम वर्चुअल मीटिंग आयोजित हुई, जिसमें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI), पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) और अन्य सदस्य बोर्ड शामिल हुए। इस बैठक का उद्देश्य टूर्नामेंट की मेजबानी, स्थान और आयोजन मॉडल पर निर्णय लेना था। हालांकि, इस बैठक में किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका और इसे 30 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
पाकिस्तान की मेजबानी पर भारत की आपत्ति
2025 Champions Trophy की मेजबानी का अधिकार पाकिस्तान के पास है। हालांकि, भारतीय टीम ने पाकिस्तान का दौरा करने से इनकार कर दिया है, जिससे विवाद खड़ा हो गया है। भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक तनाव के चलते दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज भी लंबे समय से नहीं खेली गई है। इसी मुद्दे को सुलझाने के लिए आईसीसी ने इस बैठक का आयोजन किया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह मीटिंग केवल 10-15 मिनट ही चली और इसके बाद इसे 30 नवंबर तक टाल दिया गया। उम्मीद की जा रही है कि अगली बैठक में टूर्नामेंट के आयोजन पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
तीन संभावित विकल्पों पर चर्चा
इस बैठक में टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर तीन विकल्पों पर चर्चा होनी थी।
1. हाइब्रिड मॉडल: भारत को छोड़कर अन्य सभी मैच पाकिस्तान में आयोजित किए जाएं।
2. पाकिस्तान के बाहर टूर्नामेंट: सभी मैच पाकिस्तान के बाहर खेले जाएं, लेकिन मेजबानी का अधिकार PCB के पास बना रहे।
3. पाकिस्तान में टूर्नामेंट, भारत की गैरमौजूदगी: पूरा टूर्नामेंट पाकिस्तान में आयोजित हो, लेकिन भारतीय टीम इसमें हिस्सा न ले।
Champions Trophy के हाइब्रिड मॉडल पर मतभेद
भारतीय टीम हाइब्रिड मॉडल पर टूर्नामेंट खेलने के पक्ष में है। इसका उदाहरण एशिया कप 2023 है, जहां भारत ने अपने मैच पाकिस्तान की जगह श्रीलंका में खेले थे। हालांकि, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इस मॉडल को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है।
Champions Trophy के लिए आईसीसी की इस बैठक से किसी समाधान की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन फिलहाल विवाद का हल नहीं निकला। 30 नवंबर की बैठक से उम्मीदें बढ़ गई हैं कि चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन पर स्थिति स्पष्ट होगी।
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